Aaloo Chilly – Chapter01

आज में यानी कि चिली आपको बताऊँगा कि हमारा वेकेशन कैसा बीत रहा है...!!
गर्मी की छुटियाँ यानी स्पोर्टस वीक की शुरुआत |

और इस बार का स्पोर्टस वीक मेरे लिए बहुत ही स्पेशियल है | क्योंकि आलू ने स्केटिंग चैम्पियन लीग में पार्ट लिया है | सेमिफाइनल खत्म हो चुका है और कल फाइनल है | क्या आपको पता है सेमिफाइनल में आलू ने किसे हराया है ? लास्ट यर के सिल्वर मेडल विनर मोमो सियार को ! कल फाइनल में आलू का कॉम्पिटिशन कुल्फी (खरगोस) के साथ होगा | कुल्फी पिछ्ले पांच साल से चैम्पियन रह चुका है | तो क्या हुआ ? आलू की तैयारी भी बहुत ज़ोरदार है | 
लेकिन सच कहूँ, आलू से ज्यादा तैयारी तो मुझे करनी है | मैने आलू के लिए बैनर बनाए हैं |

पार्सली, मेरा छोटा भाई कहता है कि मेरे पोस्टर की कविता, कविता जैसी नहीं लगती | यह सुनकर मुझे उसे मारने की इच्छा हुई लेकिन अगर वह रोते-रोते मम्मी के पास गया तो मम्मी मुझे ही डाटेंगी | वैसे भी, जब कभी पार्सली मेरी शिकायत करता है, चाहे मेरी गलती हो या न हो, सजा मुझे ही मिलती है | पहले भी ऐसा हुआ है |
पार्सली : मम्मी, चिली ने मुझे चोंच मारी...

मम्मी : चिली, एक वीक के लिए तुम खेलने नहीं जाओगे |
यह याद आते ही मैने पार्सली को मारने की इच्छा कैन्सल कर दी |
कल जब स्केटिंग रिंग पर में और पार्सली यह बैनर लेकर उड़ेंगे तो सभी को पता चल जाएगा की में कितना महान कवि हूँ | हालाँकि, मेंने अभी तक रिंग पर बेनर लेकर उड़ने की परमिशन नहीं ली है | लेकिन मेरी इतनी अच्छी कविता पढ़ने के बाद मुझे कौन मना कर सकता है !

ऊपर से जब आलू अपने विनिंग स्पीच में कहेगा की, ‘में उसका कितना बड़ा सपोर्टर हूँ, वह स्केटिंग करते हुए ८०० बार गिरा होगा और मैंने हंमेशा उनका साथ दिया है |’ यह सब सुनकर सबकी आँखों में पानी आ जाएगा |

 

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