कई बार मुझे पता नहीं चलता कि आलू मेरा फ्रेन्ड हा या दुश्मन ! मैंने उसके लिए इतने अच्छे बैनर बनाए और उसने सारे रिजेक्ट कर दिए । और मुझे रिंग पर उड़ने से भी मना कर दिया ।
आलू : चिली, इस बैनर से कुल्फी को बुरा लगेगा । और तुम बैनर लेकर उड़ोगे तो मेरा ध्यान स्केटिंग पर नहीं रहेगा ।
अरे, कुल्फी को बुरा लगाने के लिए ही तो मैंने बैनर बनाया था । कोई बात नहीं । उड़ नहीं सकता तो क्या हुआ, बैनर लेकर स्टैन्ड में खड़ा तो रह सकता हूँ न ! लेकिन, जब मैंने और पार्सली ने स्टैन्ड में खड़े होकर बैनर पकड़ा उस समय जिफ्फी और थीओ हमारे आगे आकर खड़े हो गए |
और कुछ ही देर में पार्सली भी उसके साथ ये बोरिंग नारे रिपीट करने लगा । सभी बहुत खुश थे क्योंकि आलू जितनी बार भी हमारे सामने से गुजरता, उतनी बार सभी को एक बड़ी सी स्माइल देता जाता । वैसे तो आलू को सबके सामने देखने की ज़रूरत नहीं थी । उसका सबसे बड़ा सपोर्टर तो मैं ही था न !
सभी बातें साइड में । आलू ने क्या सुपर्ब स्केटिंग की है ! वह एक बार भी नहीं गिरा । हमारी लेट नाइट प्रैक्टिस और मेरे प्रोत्साहन भरे शब्दों के बाद तो आलू का जीतना तय ही था ! मुझे लगता है कि कुल्फी तो आलू की स्पीड के कारण दो-तीन बार रिंग की रस्सी से टकरा गया था ।
और फिर बारी आई आलू की विनिंग स्पीच की । मुझे विश्वास था कि भले ही अभी तक आलू की सफलता के पीछे का कारण किसी को पता न हो लेकिन अब तो सभी को मेरी मेहनत दिखेगी ही। लेकिन...
आलू : थैंक यू कुल्फी और मोमो । तुम लोग हार गए इसलिए मैं जीता ।
‘तुम लोग हार गए इसलिए मैं जीता ?’ अगर खराब स्पीच का कोई कॉम्पिटिशन होता तो आलू पक्का उसमें जीतता । आलू ने रो-रोकर सभी छोटे प्राणियों के लिए गर्मी में बारिश ला दी । और उसे रोता देकखर जिफ्फी और थीओ भी रोने लगे । इस ग्रुप रुदन के चलते आलू मेरे बारे में कुछ बोला ही नहीं । लेकिन कोई बात नहीं । पार्टी तो अभी बाकी है।