Aaloo-Chilly – Chapter03

मुझे विश्वास था कि आलू जीतेगा । इसीलिए  मैंने उसकी जीत सेलिब्रेट करने के लिए पार्टी की तैयारियाँ पहले से ही कर ली थी।। मुझे लग रहा था कि मेरी ग्रान्ड पार्टी देखकर शायद सब आलू की स्केटिंग भूल जाएँगे।
थीओ इतना अधिक सयाना है न, उसे चिली शेक का नाम बदलना है ! उनकी बातें सुनकर मुझे अंदर गरम-गरम लगने लगा । तभी...

आलू की यह बात सुनकर  मुझे अंदर ठंडा-ठंडा लगने लगा। आखिरकार, मेरी स्पिच का समय आ ही गया । मैं कहने जा ही रहा था कि मैंने किस तरह आलू को प्रोत्साहित किया कि तभी...बोलना मुझे था लेकिन वे लोग बोलने लगे । उन्होंने सुना नहीं कि आलू ने क्या कहा ? आलू ने मुझे क्रेडिट दिया है, तो अब मुझे कुछ बोलने का चान्स तो मिलना ही चाहिए न ! ये लोग भी क्या ‘आलू-आलू ’ कर रहे हैं !
मुझे लगता है कि मुझे पार्टी ही नहीं रखनी चाहिए थी । सिर्फ मैं और, आलू हम दोनों ने चिली शेक पीकर सेलिब्रेट किया होता तो कितना मज़ा आता ! मुझे लगा कि मुझे आलू को लेकर घर चले जाना चाहिए ! लेकिन आलू तो सबके बीच खड़ा था। उसे कैसे वहाँ से बाहर निकालता ?मुझे फिर से अंदर गरम-गरम लगने लगा । मैंने पार्टी अरेन्ज करने के लिए बहुत काम किया था । मुझे लगा कि अब मुझे आराम करना चाहिए । इसलिए मैं घर जाने के लिए निकल गया ।

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