Aaloo-Chilly – Chapter10

चिली के सिंगिंग कॉम्पिटिशन की सुबह आलू चिली के घर आया है । लेकिन उसे देखकर चिली खुश नहीं है । वह आलू से कहता है कि ‘तुम कोको के घर जाओ !’ और फिर बिना किसी कारण के चिली मम्मी से लिपट कर रोता है । अब आगे की बात पार्सली से सुनते हैं...

हम सब साथ में कॉम्पिटिशन की जगह पर पहुँचे । पूरे रास्ते चिली कुछ भी नहीं बोला । वैसे तो वह कॉम्पिटिशन के दिन सोंग्स गाकर सबका सिर दुःखा देता है । आलू भाई जब भी उसके साथ बात करने जाते तो उसे उबासी आ जाती । हम जैसे ही तालाब पर पहुँचे, सामने से कोको आता हुआ दिखाई दिया ।

मैंने और आलू भाई ने कोको को बेस्ट ऑफ़ लक कहा । तभी चिली ने कहा, ‘हाँ कोको, बेस्ट ऑफ़ लक ! तुम्हारे घर से कोई आया नहीं तुम्हारी जीत देखने ? शायद उन्हें भी पता होगा कि तुम नहीं जीतोगे !’ और फिर उसने आज के दिन की पहली स्माइल दी । लेकिन पता नहीं क्यों, मुझे उसकी स्माइल बिलकुल पसंद नहीं आई ।

यह सुनकर कोको के बजाय आलू भाई लाल हो गए । ऐसे लाल तो आलूभाई सालों पहले तब हुए थे, जब चींटी मौसी ने उनके पैरों में काटा था । इसलिए मैं तुरंत चींटी मौसी को ढूँढ़ने लगा । लेकिन तभी आलूभाई बोले,किसने कहा कोको अकेला है ? मैं हूँ न उसे चियर करने के लिए । कोको, तुम अच्छा गाना, तुम ज़रूर जीतोगे !’

यह सुनकर चिली की आँखें ऐसे लाल हो गईं मानो आँखों में एक डिब्बा भरकर मिर्ची गिर गई हो ।

कोको रोता हुआ वहाँ से जाने लगा । आलूभाई उसके पीछे गए और मैं चिली को बेस्ट ऑफ़ लक कहने के लिए मुड़ा और उसके पंख से टकरा गया । उसके पंख से मैं बुरी तरह जल गया । मैंने सोचा, क्या चिली को बुखार हो गया है ? वह इतना गरम क्यों है ? उसने मुझे ज़ोर से धक्का मारा और वहाँ से चला गया ।

मैंने मम्मी की ओर देखा । उनका चेहरा ऐसा लग रहा था मानो उन्हें भी चींटी मौसी ने काट लिया हो । फिर मैं आलू भाई के पास गया । वहाँ मैंने आलू भाई को कोको के साथ बात करते हुए सुना ।

उनकी बात खत्म होने पर मैंने उनसे पूछा, ‘और चिली?’ हम दोनों कॉम्पिटिशन से पहले चिली से बात करने गए । लेकिन चिली हमें देखकर इतना गुस्सा हो गया कि उसने कह दिया, ‘यहाँ क्यों आए हो ? कोको के पास जाओ । और आलू, मैं हमारा फ्रेन्ड्शिप सॉन्ग नहीं गानेवाला हूँ !’ आलू भाई उसे कोई जवाब दें उससे पहले ही वह उड़कर चला गया ।

चिली की बात सुनकर मेरे पंख झड़ गए। जिस सॉन्ग की तैयारी वह एक महीने से कर रहा था, अब वही गाने के लिए मना कर रहा था ।

आलू भाई ने मुझे ज़ोर से दबा दिया और कहा,कॉम्पिटिशन में चाहे जो हो, कॉम्पिटिशन के बाद हम थीओ के कैफ़े पर बड़ी पार्टी करेंगे और सब ठीक हो जाएगा ।’ पार्टी की बात सुनकर मैं खुश हो गया ।

स्टेज पर आकर चिली ने जो गाया उसे सुनकर मुझे हँसी आ गई । ‘मछली जल की राणी छे, जीवन उसका पाणी छे । हाथ लगाओ बी जाएगी, बाहर काढ़ो गुज़र जाएगी !’ मेरे और प्रतियोगिता देखने आए सभी लोगों के पेट में हँस-हँसकर दर्द होने लगा । चिली को खुद को पता नहीं कि उसे हिन्दी नहीं आती । वैसे यदि यह जोक्स कॉम्पिटिशन होता तो चिली जीत जाता !

लेकिन इसका रिज़ल्ट क्या आएगा यह तो अब सबको पता था । सभी को हँसता देखकर चिली ने आलू भाई के सामने देखा । आलू भाई बिल्कुल नहीं हँस रहे थे । फिर भी चिली बहुत गुस्से से उनको देख रहा था । फिर वह रिज़ल्ट की प्रतीक्षा किए बिना ही वहाँ से चला गया ।

 

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